SEO क्या है? कैसे काम करता है? (What is SEO in Hindi?)
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SEO क्या है? कैसे काम करता है? (What is SEO in Hindi?)
हेलो, फ्रेंड्स वेब्स ब्लॉग में आप सब का स्वागत है. आज का हमारा जो टॉपिक है की SEO क्या है ? ये कितने प्रकार की होती है. SEO क्यों जरूरी है , SEO कैसे काम करता है ?
सो दोस्तों सब से पहले हम बात करेंगे की SEO क्या है . SEO (search engine optimization) ये तो आप सब ने पढ़ा ही होगा सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जिसका मतलब है अपने किसी भी कंटेंट,वेबसाइट या फिर वीडियो को गूगल में सर्च कराना . आओ इसे विस्तार से समजानथे है:–
SEO क्या है? What is Search Engine Optimization in Hindi?
SEO क्या है? :- सो यह एक तकनीक है जिस से आप अपनी वेबसाइट, कंटेंट या वीडियो को गूगल में रैंक करवा सकते हो |आज के दौर में सब कुछ ऑनलाइन है, आज हर एक ऑनलाइन अपने बिज़नेस को प्रमोट करना चाहता है |
अपनी बिज़नेस वेबसाइट, ब्लॉग या यूट्यूब चैनल को, सो इस डिजिटल युग में अगर आप को लोगो के सामने आना है और लाखो और करोड़ो लोगो के साथ जुड़ना है और अपने ब्रांड को जल्दी ऑनलाइन grow करना है तो SEO सब से अच्छा माध्यम है |
Google में First Page पर रैंक करना क्यों जरुरी है?
ऑनलाइन कनेक्ट होकर ही आप लोगो तक अपनी बातें पुहंचा सकते और अपना बिज़नेस वेबसाइट या ब्लॉग को प्रमोट कर सकते हो |
लेकिन अपनी कंटेंट, बिज़नेस वेबसाइट, ब्लॉग या फिर अपनी वीडियोस को लोगो तक पहुंचाने के लिए आपको सर्च इंजिन्स के फर्स्ट पेजेज में आना होगा, क्यों कि यही वो पेजेज है जिनमे ज्यादा से ज्यादा लोग(visitors ) आते है |
लेकिन सर्च इंजन में अपनी ब्लॉग या वेबसाइट को लाना इतना आसान नहीं है. अपनी ब्लॉग या वेबसाइट को सर्च इंजन में लाने के लिए आप को इसका अच्छे से SEO करना होगा |
यानि की वेबसाइट और ब्लॉग को अच्छे से ऑप्टिमाइजेशन करनी होगी, अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को ऑप्टिमाइज़ कर के सर्च इंजन में रैंक करवाने को ही SEO कहते हैं|
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SEO क्यों जरूरी है? What Is The Importance Of SEO?
सो दोस्तों हमे ये तो पता चल ही गया है की SEO क्या है. पर ये हमरी वेबसाइट, ब्लॉग या आर्टिकल्स के लिए क्यों जरूरी है और कितनी ज्यादा जरूरी है चलो जानते है.
SEO क्या है? :- सो दोस्तों मान लो आप ने अपनी कोई बिज़नेस वेबसाइट, ब्लॉग या आर्टिकल रेडी कर लिया है, सो जब ये रेडी हो जाता है तो हमारा जो अगला कदम होता है की हम अपनी वेबसाइट, आर्टिकल या ब्लॉग को प्रमोट कैसे करे|
सो वैसे तो हम फेसबुक post, फेसबुक advertisement or youtube चैनल में अपनी वेबसाइट/ब्लॉग को प्रमोट कर सकते है |
लेकिन इसमें आप का बहुत सारा पैसा भी इन्वेस्ट हो जाता है अगर हम इन रिसोर्सेज का इस्तेमाल करते है तो (YouTube channel adv, Facebook adv). तो हर यूजर अपनी वेबसाइट, आर्टिकल या ब्लॉग को प्रमोट के लिए उतना पैसा नही इन्वेस्ट कर सकता |
लेकिन SEO के साथ हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पर आर्गेनिक सर्च के साथ लाखो उसेर्स और ट्रैफिक ला सकते हो वो भी फ्री में. ये आर्गेनिक सर्च के साथ आप कैसे लाखो विसिटोर्स ला सकते हो अपनी वेबसाइट में आओ देखते है |
मान लो आप कोई चीज़ सर्च इंटरनेट में सर्च करना है तो आप क्या करोगे आप सब से पहले जाओगे गूगल.कॉम में या फिर बकि सर्च इंजन में बिंग,yahoo etc और कीवर्ड टाइप करोगे.
कीवर्ड क्या होता है सो कीवर्ड जो भी सर्च इंजन में टाइप करते हो सर्च के लिए वो कीवर्ड होता है, मान लो आप ने सर्च किया गूगल में (बेस्ट ब्लॉग इन हिंदी ) तो अब ये गूगल की जिम्मेदारी बनती है इसके ऊपर (hindi blog) जितनी वेबसाइट होगी आप को वो लिस्ट दिखाए.
अब ये गूगल ये लिस्ट बनता कैसे है , तो यही पर काम में आता है SEO का |
SEO कैसे काम करता है?
ये जो सर्च इंजन है इसको हम ऑप्टिमाइजेशन कैसे करे ताकि जो हम ने जो वेब्सीटेस बनाई है वो उन रिजल्ट्स में से सब से टॉप में आ जाये, ताकि पूरी दुनिया में कोई से कोई भी एक पर्टिकुलर कीवर्ड पर सेरच करे तो हमरी वेबसाइट पर जयदा ट्रैफिक आये |
सो अब ये वेबसाइट सर्च इंजन में सब से ऊपर आती कैसे है, कैसे हम अपनी वेब्सीटेस को ऑप्टिमाइज़ करते है आओ देखते है |
SEO क्या है? :- सो मान लो आप ने कोई ब्लॉग या वेबसाइट क्रिएट कर दी है पर ये गूगल को बताये गा कौन की आप ने एक वेबसाइट बनाई है इस पर्टिक्युलर चीज़ ke uper hai, पर्टिकुलर केटेगरी के ऊपर है , तो गूगल भगवन तो है नही जो उसको पता चल जायेगा, वो खुद एक वेबसाइट है.
सो गूगल ने सरे वेब्सीटेस/ब्लोग्स ओनर के लिए एक चीज़ बनाई है Google webmaster tool सो अगर आप कोई वेबसाइट/ब्लॉग बनाते है तो सब से पहले आप जाइए गूगल वेबमास्टर में और गूगल को बता दी ये की आप ने एक नई वेबसाइट बनाई है |
इस पर्टिक्युलर केटेगरी के ऊपर. आप अपनी वेबसाइट Google webmaster tool में ऐड कर दो गे तो गूगल अपने एल्गोरिथ्म और अपनी कोडन के साथ आप की वेबसाइट को रैंक करेगा |
लेकिन अब होता क्या है की हर रोज़ लाखों करोड़ो वेब्सीटेस रैंक होती है जिस से एक वेबसाइट कभी भी हमेशा के लिए गूगल में रैंक नहीं रह सकती, मान लो एक वेबसाइट किसी कीवर्ड पर गूगल में रैंक हो भी जाती है |
तो वो हमेशा के लिए रैंक नहीं रह सकती है और कॉम्पिटिशन आता रहता है और उस वेबसाइट को पुश करते है तो दूसरी वेबसाइट रैंक हो जाती है. किसी वेबसाइट की रैंकिंग को कॉम्पिटिशन देना या उसकी वेबसाइट को पुछ करना ये सब कुछ डेपेंट करता है गूगल के ऊपर गूगल के अल्गोरिथ्म्स के ऊपर.
SEO कितने प्रकार के होते हैं? (Types of SEO in Hindi)
सो SEO तीन प्रकार के होते है ऑन पेज SEO ऑफ पेज SEO और टेक्निकल SEO आओ इन तीनो में अंतर पता करे :-
On-Page SEO क्या है ?
सो ऑन पेज SEO क्या है,ऑन पेज SEO का क्या मतलब होता है की आप कैसे वेबसाइट डिज़ाइन कर रहे हो, जो वेबसाइट आप बना रहे हो क्या वो SEO फ्रेंडली है, उस वेबसाइट का कंटेंट कैसा है, इसमें कौन से कीवर्ड्स इस्तेमाल कर रहे हो ये सब कुछ होता हैऑन पेज सेव के अंदर|
मतलब ये की ऑन पेज SEO वेबसाइट के अंदर डिजाइनिंग से लेकर कंटेंट तक क्या हम उसे कर रहे है उसको हम ऑन पेज SEO कहते है. अब सवाल ये है की ऑन पेज SEO कैसे करे. चलो आओ देखते है क्या रिसोर्सेज है ऑन पेज SEO करने के लिए:–
A. Keywords Optimization
B. Title Tag
C. Heading Tag
D. Meta tags
E. Internal Linking
F. Image Optimization
G. Quality Content
Keywords Optimization :–
सो कीवर्ड Optimization में आपको अपने कीवर्ड पर फोकस करना है की आप किस टॉपिक के ऊपर आर्टिकल लिख रहे हो , सो यह सब से जरूररी स्टेप है ऑन पेज seo के अंदर |
अगर आप को यही नहीं पता होगा की लोग किस कीवर्ड सेरच कर रहे है और आप उन कीवर्ड का इस्तेमाल नहीं कर रहे है तो आपका आर्टिकल कोई नहीं पड़ेगा |
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Title Tag:–
सो हमे अपना target keyword को ब्लॉग पोस्ट के title में बड़े ध्यान से लिखना हैं क्यों की इसका SEO पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। इसलिए जहाँ तक हो सके अपने main keyword को टाइटल में जरुर लिखें।
लेकिन इसके साथ ही आपकी कोशिश होनी चाहिए की टाइटल की लम्बाई अधिक न हो | main कीवर्ड जैसे की आपका टॉपिक है ब्लॉग क्या है तो यह आपका main कीवर्ड है |
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Heading Tag:–
हेडिंग्स टैग्स का बहुत बड़ा रोल है कोई भी seo फ्रेंडली आर्टिकल लिखने के लिए , सो आपका जो फर्स्ट हैडिंग है वो हमेशा h1 में होना चाहिए , और कही थीम्स में already यह ऑप्शन होती है की वो आपका जो टाइटल वो html के h1 टैग में आता है |
और फर्स्ट टाइटल के बाद हम जितने भी में टाइटल लिखेंगे उनको हम
टैग्स में और अगर h2 टैग अंदर कोई हैडिंग है उसको हम h3 में इस्तेमाल करेंगे , इसी तरह h3 के अंदर h4 और h4 के अंदर h5 का इस्तेमाल होगा |
Meta tags:–
Meta description में अपने पोस्ट के बारे में एक छोटा सा description लिखें जिसकी लम्बाई 160 words से अधिक नही होनी चाहिए। Description में keyword का जरुर इस्तेमाल करे क्योंकि गूगल टाइटल और डिस्क्रिप्शन दोनों के keywords को highlight करता है।
Internal Linking:–
ओन पेज seo में इंटरनल लिंकिंग एक बहुत ही बड़ा रोल निभाती है जैसे की आप अपने ही आर्टिकल्स को एक दूसरे के साथ लिंक कर सकते हो , उसको हम इंटरनल लिंकिंग बोलते है |
कम रैंक वाले पोस्ट की link high authority वाले पोस्ट पर डालने से उसकी ranking improve होती है। Internal linking का सबसे अच्छा उदाहरण आप Wikipedia से देख सकते हैं:
Image Optimization
अपनी इमेजेज को optimization करना बहुत जरूरी है , आपको अपनी इमेजेज का जो साइज है उसकी quality हमेशा हाई होनी चाहिए और उसका साइज हमेशा कम होना चाहिए |
आपको अपनी इमेजेज के अंदर alt टैग का जरूर इस्तेमाल करना है , और आपकी इमेजेज आपके टॉपिक्स के रिलेटेड होनी चाहिए और अछि ही होनी चाहिए |
Quality Content
आपको हमेशा अपने कंटेंट को सरल और समझने योग्य बनानी चाहिए। जिस topic पर आर्टिकल लिख रहे हैं उसकी के बारे में लिखें बेवजह इधर-उधर की चीजों के बारे में बात न करे |
इन्टरनेट पर मौजूद ऐसे बहुत सारे contents है जो की outdated हैं और आने वाले समय में उनका कोई इस्तेमाल नहीं है | ज्यादातर users जो टॉपिक्स को सेरच करते है वो लेटेस्ट इनफार्मेशन को पढना पसंद करते हैं | तो दोस्त अगर गूगल में अपना आर्टिकल रैंक करवाना है तो आपको अपने आर्टिकल्स को upto date रखना होगा |
Off page Seo : —
So off page SEO kya hai, off page SEO का मतलब ये है की आप वेबसाइट के बाहर इसकी कैसे प्रमोशन कर रहे हो इसमें वो सभी रिसोर्सेज आ जाते है, आइए कुछ ऑफ पेज सेव के रिसोर्सेज पर बात करते है|
सो ऑफलाइन सीओ के लिए आप अपनी वेबसाइट को सभी सर्च इंजन में अच्छे से डाले ता जो सभी search engine पर आप की वेबसाइट सर्च हो सके |
Backlinking
सो बैकलिंक SEO का सबसे पुराना और मजबूत हथ्यार है , सो बैकलिंक का मतलब यह है की जब आप किसी दूसरे वेबसाइट का लिंक अपनी वेबसाइट के आर्टिकल में ऐड करते है और उसे डूफ़ॉलो लिंक बनाते है तो वो एक बैकलिंक होता है |
जितनी हाई authority वेबसाइट का आप बैकलिंक इस्तेमाल करेंगे उतने ही आपके आर्टिकल के रैंक होने के चांस बढ़ जायेगे |
Socail Media Marketing
सोशल मीडिया मार्केटिंग जैसे की नाम से ही पता लग रहा है की आप अपने आर्टिकल को YouTube, Facebook, Instagram जैसे सोशल मीडिया platforms पर शेयर करना चाहिए।
यह भी ऑफ पेज SEO की एक प्रक्रिया है | आप quora जैसे वेब्सीटेस पर जाकर भी अपना वेबसाइट प्रमोट कर सकते है |
Influencer Marketing
Influence Marketing से आप किसी दुसरे व्यक्ति या वेबसाइट के reputation का उपयोग कर अपने कंटेंट को प्रमोट कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ collaborate कर सकते हैं जिनके सोशल मीडिया पर ज्यादा followers हैं और उन्हें अपने कंटेंट को शेयर करने के लिए आप कह सकते हैं। आप सोशल मीडिया influences को पैसे देकर भी यह काम करा सकते हैं।
Technical SEO क्या है?
आपकी वेबसाइट की डिजाइनिंग दिखने में अच्छी है, आपने कंटेंट भी अच्छे डाले हैं लेकिन इसके बावजूद अगर इसमें आप ने टेक्निकल SEO नहीं की तो आपकी वेबसाइट रैंक नहीं करेगी |
Technical SEO में हम site के backend पर काम करते हैं और इसमें कुछ टेक्निकल पार्ट्स पर काम करते है । इसके लिए हमें निचे दिए कुछ चीजों पर ध्यान देना पड़ता है:
Page Speed
आपके ब्लॉग/वेबसाइट की loading speed अच्छी होनी बहुत ही ज्यादा जरूरी है, अगर आपकी वेबसाइट स्लो है और यह 3 सेकंड के अंदर लोड नही हो रही तो, यूजर आपकी साईट बंद करके कहीं और चला जाएगा और इससे गूगल को negative signal मिलेगा जिससे ranking down हो सकती है। आप Google PageSpeed Insights पर जाकर site की स्पीड चेक कर सकते हैं। आपकी होस्टिंग इसमें बहुत बड़ा रोल अदा करती है |
Mobile Friendly Site:
आपकी वेबसाइट रेस्पॉन्सिव होनी चाहिए , सो आप वही थीम का इस्तेमाल करे जो आपकी वेबसाइट को किसी भी डिवाइस पर रेस्पॉन्सिव रखे |
Use SSL
आज की तारीख में अगर कोई वेबसाइट ssl के बिना है तो वो कभी भी रैंक नहीं हो सकती , सो गूगल इसे बहुत अच्छे से चेक करता है की आपकी वेबसाइट में ssl है या नहीं सो ssl का जरूर उपयोग करे |
Robot.txt File:
सो यह भी एक तरह की फाइल है जिसमे कुछ codes होते हैं जो की गूगल सर्च इंजन को बताते हैं की कौन से पेज को crawl करना है और किस पेज को crawl नही करना है। सो यह फाइल भी आपको बैकेंड में ऐड करनी जरूरी है |
Conclusion
सो दोस्तों मैं उम्मीद करता हो की आप ये पोस्ट अच्छी लगी होगी और आप समझे गए होंगे की SEO क्या है,ये कितने प्रकार की होती है और इसे हमे कैसे यूज़ करना चाहिए | सो अगर आप अपनी वेबसाइट को रैंक करवाना चाहते है तो SEO की बेसिक जानकारी होना आपके लिए काफी जरूरी है | सो अगर आप seo के बारे में और सीखेंगे तो आप इस फील्ड में अपना करियर भी बना सकते है |
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